भारत में 5 अगस्त को एक बार फिर अयोध्या में राम राज्य की नीव की स्थापना होने वाली है!
अयोध्या में राम जन्म भूमि शिलान्यास रखे जाने के उपलक्ष्य पर पूरे देश में एक बार फिर दिवाली जैसे उत्साह का माहौल है
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अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को होने जा रहा है इस कार्यक्रम की शुरुआत 4 अगस्त मंगलवार को हनुमानगढ़ी से होगी इस दौरान भगवान हनुमान जी के निशान वाले ध्वजा की पूजा होन शुरू हो चुकी आज के मुहूर्त के अनु-सार सुबह 8:00 बजे से मान्यताओं के अनुसार हनुमान अयोध्या के अधिष्ठाता हैं, इसलिए उनके निशान की पूजन के साथ ही निर्माण कार्य शुरू होगा इस पूजन के दौरन राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे
यह आयोजन 4 अगस्त को सुबह 8 बजे होगा बता दें कि 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर की शिला रखेंगे इस दौरान पीएम मोदी

हनुमानगढ़ी मंदिर भी आएंगे हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी महंत राजू दास ने रविवार को बताया, "5 अगस्त को प्रधानमंत्री भूमिपूजन के लिए आ रहे हैं, उन्होंने तय किया है कि पहले वो हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे. यहां विशेष पूजा की व्यववस्था रहेगी हमें 7 मिनट दिए गए हैं इसमें प्रधानमंत्री का आना-जाना शामिल है, करीब 3 मिनट पूजा में लगेंगे
अयोध्या श्री हरि के सात प्राकट्य की भी धरती है। इनमें विष्णु हरि, चक्रहरि, धर्महरि, गुप्तहरि, पुण्यहरि, चंद्रहरि और बिल्वहरि हैं। अयोध्या में 11 प्रमुख वाटिकाएं हैं। इनमें हनुमानबाग, हनुमान वाटिका, वल्लभकुंज, श्रवणकुंज, तुलसी उद्यान, केलिकुंज, राघवकुंज आदि शामिल हैं!
पांच अगस्त को अयोध्या आगमन के दौरान रामलला को पहनाई जाने वाली पोशाक शंकरलाल व भागवत प्रसाद पहाड़ी के द्वारा तैयार कर लि गयी है!
श्री राम जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए हुए संघर्षों में मुगल शासक बाबर के काल में 4 बार, हुमायूं के काल में 10 बार, अकबर के काल में 20 बार, औरंगजेब के काल में 30 बार, अवध के नवाब सआदत अली के काल में 5 बार और नवाब नासीरुदीन हैदर के काल में 3 बार इस तरह हिंदुओं को स्वयं भगवान के राम जन्मभूमि मंदिर के लिए हिंदुओं को मुगलों से काई बार संघर्ष करना पड़ा। मंदिर आंदोलन के लिए
श्री रामजन्मभूमि में मंगलवार को एक भक्तों के द्वारा चांदी के दीप प्रज्वलित किए गए। चांदी के दो दीपक लखनऊ के एक व्यवसायी ने न सिर्फ रामलला को भेंट किये बल्कि स्वयं पत्नी के साथ इन्हें प्रज्वलित कर आराध्य भगवान रामलला का पूजन-अर्चन किया। श्री रामजन्मभूमि में मंगलवार को चांदी के दीप जले। चांदी के दो दीपक लखनऊ के एक व्यवसायी ने न सिर्फ रामलला को भेंट किये बल्कि स्वयं पत्नी के साथ इन्हें प्रज्वलित कर आराध्य का पूजन-अर्चन किया। दीपक का सेट दो किलोग्राम चांदी से निर्मित है। दोनों दीप रामलला की चौखट पर घंटों टिमटिमाते रहे। इससे पहले उन्होंने श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय पहुंच कर प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता को दीप व अन्य सामग्री भी दान की। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास भी वहा मौजूद रहे
कुछ ऐसा रहेगा पी एम मोदी का कार्यक्रम 5 अगस्त को पीएम मोदी सुबह 11.15 बजे सबसे पहले साकेत महाविद्यालय में उतरेंगे। वहां से हनुमान गढ़ी मंदिर जाएंगे। हनुमान गढ़ी दर्शन के बाद पीएम मोदी भूमि पूजन के लिए राम जन्मभूमि जाएंगे। इसके बाद पीएम मोदी लोगों को संबोधित भी करेंगे। कुल मिलाकर करीब 2 घंटे अयोध्या में बिताने के बाद पीएम मोदी वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे बता दें कि 5 अगस्त को भव्य श्री राम मंदिर के भूमि पूजन का आयोजन किया जाएगा पीएम मोदी दोपहर 12 बजकर 15 मिनट और 15 सेकंड के शुभ मुहूर्त पर इसका शिलान्यास अपने हाथों से 40 किलोग्राम की चांदी की ईंट रख कर भूमि पूजन करेंगे 5 अगस्त ईसका लाइव प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा और साथ में कोविड-19 महामारी के रक्षा नीति के चलते अयोध्या नहीं पहुंच सकने वालों सभी भक्तजनों पीएम मोदी जी का अनुरोध है सभी श्रद्धालु भक्तजनों से राम जन्म भूमि के शिलान्यास के उपलक्ष पर देश के सभी गणमान्य नागरिक अपनेअपने घर में ही रहकर दीप प्रज्वलित कर हर्ष उल्लास के साथ जश्न मनाएं
राम जन्मभूमि के पांच अगस्त को होनेवाले भूमिपूजन के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है भूमिपूजन के समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है इसके अलावा अन्य कई गण्यमान्य लोगों को न्योता भेजा गया है. यह न्योता श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चंपत राय की ओर से भेजा गया है!
कार्यक्रम के दो दिन पहले भगवा रंग से रंगा एक निमंत्रण पत्र का अनावरण किया गया इस निमंत्रण पत्र में पी.एम.मोदी के अलावा केवल तीन लोगों का नाम है!
इससे यह पता चलता है कोविड-19 महामारी के चलते मेहमानों की सूची में की गई छंटनी का संकेत है कार्ड में पी एम मोदी जी के अलावा आर एस एस के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ का नाम दिखाई दे रहा है कोविड संकट के चलते इस कार्यक्रम में सिमित संख्या में ही लोग बुलाए जा रहे हैं निमंत्रण पत्र में इन नामों के अलावा भगवान राम की तस्वीर भी है जानकारी के अनुसार सिर्फ 150 लोगों को ही निमंत्रण भेजा जा रहा है!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टेज पर भी सिर्फ पांच लोगों के बैठने का ही इंतजाम किया जाएगा जिसमें पीएम मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और महंत नृत्य गोपालदास शामिल है!
श्री राममंदिर के भूमि पूजन को लेकर उत्साह चरम पर है। देश में दीपावली जैसा जश्न मनाने मे सभी अयोध्या वासियों के आह्वान को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बक्शीपुर के कुम्हार टोली के कुम्हार भी उत्साहित हैं। मानसून में बंद रहने वाला कुम्हारों का चाक भी इन दिनों तेजी से चल रहा है। दर्जनों परिवार दिन रात मेहनत कर दीये तैयार कर रहे हैं। बारिश और उमस की वजह से दीयों को कमरे में पंखे से सुखाया जा रहा है ताकि अयोध्या के हर-जगह में उनके दिए से दिवाली जैसे उजियारा हो!
रामनगरी अयोध्या पूरी तरह से सजकर तैयार है। अयोध्या का रूप रंग बदल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। प्रसाद वितरण के लिए देसी घी से बने 1 लाख 11 हजार लड्डूओं को बनाने का काम बहुत तेजी से चल रहा है।
राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में न बुलाये जाने पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि के बयान पर साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा है कि इस मामले में वह जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि से बात करेंगे और अखाड़ा परिषद की आगामी बैठक में स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि के खिलाफ प्रस्ताव पास कराकर कड़ी कार्रवाई भी करेंगे. उल्लेखनीय है कि राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में नहीं बुलाये जाने पर स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि ने नाराजगी जताते हुए इसे उपेक्षा की गई है!
🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌺जय श्री राम🌺🌿🌿🌿🌿🌿 🌹🙏🌹
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